अब इस रेलवे कंपनी में सरकार बेचेगी हिस्सेदारी!

Railway को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है Modi सरकार कथित तौर पर Indian Railway Finance Court में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है बताया जा रहा है कि सरकार की ये हिस्सेदारी offer for sale यानी OFS के जरिए बेचे जाने की संभावना है Royters ने अपनी report में एक अधिकारी के हवाले से ये जानकारी दी है बता दे IRFC भारतीय railway की supported funding शाखा है जो rolling stock assets के अधिग्रहण निर्माण के finance के लिए fund की व्यवस्था करती है जिन assets के लिए company funding करती है उन्हें बाद में भारतीय railway को lease पर दे दिया जाता है Indian Railway की इस funding branch में सरकार की छियासी फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है report में कहा गया है कि company में सरकारी हिस्सेदारी की बिक्री जल्द हो सकती है

OPS के जरिए सरकार IRFC में कितनी हिस्सेदारी बेचेगी इस बारे में चर्चा के लिए inter group यानी IMG बनाया गया है इस group के सदस्यों में department of investment and public assets management यानी DIPAM और railway ministry के senior अधिकारी शामिल है IRFC को केंद्र सरकार ने share बाज़ार में सूचिबद्ध कराया है market regulator सभी की न्यूनतम public share holding शर्ट को पूरा करने के लिए सरकार को इसमें अपनी ग्यारह दशमलव तीन छह प्रतिशत हिस्सेदारी कम करनी होगी न्यूनतम public share holding के मुताबिक किसी भी कंपनी को शेयर बाजार में सूचीबद्ध यानी कि list होने के पाँच साल के अंदर कम से कम पच्चीस प्रतिशत हिस्सेदारी public share holding की जरूरत को पूरा करना होगा।

जानकारी दे रहे अधिकारी ने बताया कि वे share बिक्री की मात्रा तय करने से पहले निवेशकों की रूचि देख रहे हैं। मौजूदा बाजार valuation के हिसाब से ग्यारह दशमलव तीन छह प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने पर सरकार को लगभग सात हजार छह सौ करोड़ रुपए मिलेंगे बता दें इस समय IRFC का share करीब उनचास रुपए के करीब trade कर रहा है IRFC stock बुधवार को जबरदस्त रफ्तार पकड़ते हुए बावन हफ्ते के high level यानी की बावन रुपए इकहत्तर पैसे पर पहुँच गया था इस railway stock में बीते एक साल में बढ़त देखने को मिल रही है इस stock की performance पर गौर करें तो railway stock ने अपने निवेशकों को जोरदार return देने का काम किया है Indian Railway Finance Corporation के share ने बीते एक महीने में investors को करीब पचास फीसदी से ज्यादा का return दिया है वहीं बीते एक साल की बात करें तो IRFC के stock की कीमत में एक सौ तीस फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है बीते सोलह अगस्त दो हजार बाईस को IRFC के share की कीमत इक्कीस रूपए पैंतीस पैसे थी जोकि अब करीबन उनचास रूपए पर पहुँच चुकी है छह हजार छह सौ निन्यानवे करोड़ रूपए market cap वाली company IRFC के share का बावन week का low level बीस रूपए अस्सी पैसे है पिछले भारतीय रेलवे की इस finance branch द्वारा अपने जून दो हजार तेईस तिमाही के नतीजे घोषित किए गए थे।

इसके मुताबिक जून में समाप्त वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही यानी कि quarter one में company के net profit में सालाना आधार पर छह दशमलव तीन फीसदी की गिरावट आई है। बता दें आईआरएफसी में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने से भारत सरकार को अपना विनिवेश का लक्ष्य पूरा करने में भी मदद मिलेगी। इससे पहले मोदी सरकार ने पिछले महीने एक दूसरी सरकारी रेलवे कंपनी यानी कि रेल विकास में अपनी पाँच फीसदी से अधिक हिस्सेदारी बेचीं है जिससे उसे एक हज़ार तीन सौ छियासठ करोड़ रुपए मिले है Royters की खबर के मुताबिक वित्त वर्ष दो हज़ार तेईस चौबीस में सरकार अब तक विनिवेश के ज़रिए पाँच हज़ार छह सौ करोड़ रुपए ही जुटा पायी है जबकि लक्ष्य इक्यावन हज़ार करोड़ रुपए जुटाने का है।

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एक अनुभवी लेखक के रूप में, आज़ाद कुमार को संशोधन करने की विशेष क्षमता है जिससे वे जटिल विचारों को स्पष्ट, सुलभ भाषा में परिवर्तित कर सकते हैं,

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